वैदिक पुराण-कथा-शास्त्र वाक्य
उच्चारण: [ vaidik puraan-kethaa-shaasetr ]
उदाहरण वाक्य
- वैदिक पुराण-कथा-शास्त्र का प्रमुख सौर देवता सूर्य था।
- वैदिक पुराण-कथा-शास्त्र मैं भूत-प्रेत-पूजा का शायद ही कोई संकेत हो किंतु दैवीय एवं अर्धदैवीय गुण कुछ पशुओं एव जड़ पदार्थों में आरोपित किए गए हैं।
- इसी प्रकार प्रारंभिक वैदिक पुराण-कथा-शास्त्र में गंधर्व एवं अप्सराएँ उतनी महत्वपूर्ण नहीं है, हालाँकि ऋग्वेद के एक मंत्र में उर्वशी (दैवीय अप्सरा) और पुरुरवा (मानव राजा) की पौराणिक कथा का जिक्र है।
- दूसरी ओर यम मानव जाति का जनक था (प्रजापति को परवर्ती वैदिक पुराण-कथा-शास्त्र में महत्व प्राप्त हुआ), और मनव जाति के संरक्षण के लिए स्वमेव द्वारा यम मृत्यु के लिए पहला व्यक्ति भी हुआ।
- प्रसंगवश इस बात का भी संकेत किया जा सकता है कि यम के साम्राज्य के वर्णनों में स्वर्ग का वर्णन भी प्राप्त होता है, किंतु प्रारंभि वैदिक पुराण-कथा-शास्त्र में नरक का ज्ञान था, ऐसा नहीं जान पड़ता।
- वैदिक पुराण-कथा-शास्त्र के विषय में बताते हुए ब्राह्मणों में उल्लिखित अनेक पौराणिक कथाओं का उल्लेख भी किया जाना चाहिए, जैसे मनु एवं प्रलय, शुन शेप और वरुण, यद्यपि इनमें कई बातें किन्हीं दूसरी बातों के गैरवबर्धन या यज्ञ से संबंधित हैं।
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